CG Roka Chheka Abhiyan Yojana 2024
छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी गांवों में रोका छेका अभियान आवारा पशुओं द्वारा फसलों की खुली चराई को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के सभी गांवों में रोका चेका अभियान शुरू किया है। इस सीजी रोका चेका अभियान में, सरकार। पारंपरिक खेती के तरीकों को पुनर्जीवित करने और खरीफ फसलों को आवारा मवेशियों द्वारा खुले चरने से बचाने का प्रयास। रोका-चेक्का का उद्देश्य गोबर एकत्र करना और जैविक खाद का उपयोग करना है।
रोका-छेका छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय पारंपरिक कृषि विधियों में से एक है। राज्य सरकार। इस पद्धति को चालू वर्ष से अधिक व्यवस्थित एवं प्रभावी बनाने का निर्णय लिया गया है। सीजी रोका चेका अभियान का उद्देश्य बुवाई के मौसम के बाद आवारा पशुओं के खुले चरने पर प्रतिबंध लगाना है। साथ ही आप हाथ बाजार योजना छत्तीसगढ़ की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
जानवरो को रोकेंग-छेकेंग, किसानो को बढायेगे औऱ फायदा कमायेगे- नारे का अर्थ
इस पूरे नारे का यदि हम संक्षिप्त अर्थ लगाये तो हमें हम पाते हैं कि, इस नारे में, हमारे सभी किसान भाईयो के हित को देखते हुए उनकी मेहनत से उगाई गई फसलो को जानवरो का खाना बनने से बचाना हैं ताकि हमारे किसान भाईयो की फसलें सुरक्षित रहे और हमारे किसान भाई इन फसलो को बेच कर अच्छा मुनाफा कम सकें।
इस अभियान के तहत हमारे किसानो की फसलो को बचाने के लिए खेतो के चारो तऱफ बाड लगाये जायेगे ताकि जानवर भीतर ना घुस पाये और यदि जानवर भीतर घुस कर फसल को नुकसान पहुंचाता हैं तो उसके मालिक को इसके लिए 50 रुपये का जुर्माना देना होगा। इसके साथ-साथ इस अभियान की मदद सें हमारी महिलाओ को भी रोजगार मिलेगा जिससे वे भी आर्थिक तौर पर मजबूत बनेगी और आत्मनिर्भर बनकर अपना और अपने परिवार के विकास में योगदान देंगी।
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रोका-छेका अभियान से हमारे किसानो को जो लाभ मिलेगे उनकी सूची
हम अपने सभी किसान भाईयो को इस अभियान अर्थात् रोका-छेका अभियान छत्तीसगढ़ से मिलने वाले लाभो के बारे मे बताना चाहते हैं ताकि वे इस अभियान का अधिक से अधिक लाभ ले सकें और इस अभियान को सफल बना सकें। अभियान के लाभ इस प्रकार है-
CG Roka Chheka Abhiyan Yojana के मौलिक लक्ष्य
इस अभियान को किन मौलिक लक्ष्यो को पूर्ति के लिए शुरु किया गया हैं उसकी एक झलक इस प्रकार से हैं-
- इस अभियान की मदद से हमारे सभी किसान भाईयो की फसलो की सुरक्षा की जायेगी,
- उनकी फसलो को जानवरो का चारा बनने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश की जायेगी,
- हमारे किसान भाईयो को अपनी फसलो को जावनरो से बचाने के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा,
- जानवरो को खेतो से सुरक्षित तरीके भगाने के उपाय बतायेगे जायेगे,
- CG Roka Chheka Abhiyan Yojana की सफलता के लिए जानवरो को खुले में नही छोड़ा जायेगा,
- जुर्माने की राशि से पशु-शालाओ और गौठानो को सक्षम बनाया जायेगा
- खेतो को बाडियो से चारो तरफ घेरा जायेगा ताकि जानवर खेतो में ना घुस सकें,
- बाहर रह गये जानवरो को औऱ जिन जानवरो ने किसी के खेत में उसकी फसल को खाया होगा उन्हें गौठानो में रखा जायेगा और उनके मालिको द्धारा 50 रुपये के जुर्माने के बाद ही उन्हें आजाद किया जायेगा आदि।
उपरोक्त इस अभियाने के वे मौलिक लक्ष्य जिन्हें हमारी सरकार इस अभियान की मदद से पूरा करने का भरसक प्रयत्न करेगी।
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रोका-छेका अभियान का लाभ क्या है
- छत्तीसगढ़ राज्य सरकार मवेशी मालिकों को बचाने के लिए आई है और सूरा गांव योजना के तहत राज्य भर में 5,000 गौशालाओं का निर्माण कर रही है। राज्य सरकार। अब तक 2200 गौशालाओं का निर्माण हो चुका है और 2800 अन्य गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
- ‘एक आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है जिसमें कहा गया है कि यदि किसी नागरिक क्षेत्र में कोई मवेशी घूमता पाया जाता है, तो उसके लिए नगर आयुक्त/मुख्य नगर अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
- छत्तीसगढ़ रोका-छेका अभियान भी गौशालाओं से गोबर एकत्र कर जैविक खाद का उपयोग सुनिश्चित करेगा। तटरक्षक सरकार गौशालाओं के निर्माण से रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
- इस कार्यक्रम में महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को शामिल किया गया है। एसएचजी के सदस्य गाय के गोबर से सामान और कलाकृतियां बनाएंगे, जिससे उन्हें अतिरिक्त लाभ मिलेगा। नए उत्पादों में गाय के गोबर का उपयोग करके महिला एसएचजी द्वारा बनाए गए दीये (या लैंप), अगरबत्ती शामिल हैं।
ललिता राठिया के अनुसार इस अभियान से प्राप्त होने वाले लाभो की सूची
ललिता राठिया का कहना हैं कि, इस Roka Chheka Abhiyan अभियान से जो लाभ मिलेगे उनकी सूची इस प्रकार से हैं-
- इस अभियान की मदद से धान और सब्जियो का व्यापक स्तर पर उत्पादन होगा,
- सरकार के इस तरह के अभियानो से हमारी महिलाओ में व्यापक स्तर पर जागरुकता का संचार होता हैं और वे अपनी आत्मनिर्भर छवि बनाने के लिए और जी लगाकर इस तरह के अभियानो में शामिल होती है,
- इस अभियान में शामिल होकर हमारी महिलाओ को रोजगार मिला हैं,
- इस अभियान की मदद से हमारे सभी किसान भाईयो की फसलो को सुरक्षा मिली हैं,
- इससे हमारे सभी किसानो और महिलाओ का सामाजिक औऱ आर्थिक कल्याण होगा,
- इस अभियान में हमारी महिलाये पुरुषो से कंधे-सें-कंधा मिलाकर काम करके अपनी आजीविका द्धारा आत्मनिर्भरता प्राप्त रही हैं आदि।
उपरोक्त लाभो को देखते हुए श्रीमती. ललितार राठिया ने, इस अभियान के लिए मुख्यमंत्री श्री. भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया हैं।
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FAQs
इस अभियान का मौलिक उद्धेश्य हैं हमारे सभी किसान भाईयो की फसलो को सुरक्षित करना, महिलाओ को रोजगार प्रदान कर आत्मनिर्भन बनाना और हमारे किसान भाईयो को उनकी उपज का अधिक मुनाफा प्रदान करना आदि।
इस अभियाने के तहत गौठान बनायेगे जहां पर हमारी महिलाये केचुआ खाद बनायेगी जिसकी बिक्री से उन्हें आर्थिक मुनाफा होगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करते हुए वे आत्मनिर्भर भी बनेगी।
अभियान का मूल-केंद्र तो हमारे किसान ही हैं इसलिए इस अभियान के तहत हमारे किसान भाईयो की फसलो को जानवरो से सुरक्षा प्रदान की जायेगी जिससे वे अधिक उत्पादन कर पायेगे और अधिक लाभ ले पायेगे।