जल जन अभियान योजना 2024
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज सिरोही जिले के आबू रोड स्थित ब्रह्मकुमारी संस्था के Jal Jan Abhiyan का उद्घाटन किया है। और यह कार्यक्रम जल शक्ति मंत्रालय तथा बिरहा कुमारी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत तथा अभिनेत्री नाना पाटेकर एवं अन्य मंत्री भी उपस्थित रहेंगे। और इस अभियान में ब्रह्मकुमारी संस्था एवं जल शक्ति मंत्रालय से जुड़े सभी लोग जन जागरूकता अभियान को 8 महीने तक चलाएंगे। नरेंद्र मोदी जी ने 2011 में अहमदाबाद में भविष्य की शक्ति कार्यक्रम, ब्रह्मकुमारी संस्था की स्थापना के 75वे वर्ष के कार्यकर्म सन 2023 में संगम तीर्थधाम सन 2017 में ब्रह्मकुमारी संस्था के 80वे स्थापना दिवस के कार्यक्रम अमृत महोत्सव को भी इस आयोजन में याद किया। और उसके बाद वहां के लोगों के द्वारा प्रेम एवं स्नेह देने के लिए धन्यवाद भी किया।
उसके बाद नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि जल जन अभियान को ऐसे समय पर शुरू किया जा रहा है। जब पूरी दुनिया में जल की कमी के कारण भविष्य में होने वाले संकटों को देखा जाएगा। नरेंद्र जी ने यह भी कहा है कि भारत में इतनी बड़ी आबादी के चलते जल को सुरक्षा रखना एक बहुत बड़ी चुनौती है। इसीलिए जल जन अभियान भारत के प्रत्येक घर में चलाया जाएगा। जिससे अधिक से अधिक जल्द सुरक्षित कर सकें। और इस अभियान के तहत 10,000 जागरूकता कार्यक्रम करने का भी लक्ष्य मोदी जी ने तय किया है। और साथ ही 5000 जलाशयों की भी योजना तय की गई है। जिसमें एक लाख भाई बहन सारथी बनेंगे। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि “जल है तो कल है” क्योंकि यदि जल नहीं हुआ तो कल के बारे में विचार करना बहुत कठिन है। और इस सिलसिले में आज से ही हमे संयुक्त प्रयास करना होगा।
Jal Jan Abhiyan Details In Hindi
जिसके लिए मोदी जी ने बताया है कि चैन फिल्टर से 800000 जल का शुद्धीकरण किया जाएगा। प्रयोग में लाए हुए जल को री साइकिल विधि से दोबारा शुद्ध किया जाएगा। और इस अवसर पर मोदी जी को एक बहुत पुरानी कविता भी याद आई। जो “पानी को नष्ट मत करो सुरक्षित करो है” मोदी जी ने कहा है कि अतीत की चुनौतियों को देखते हुए। भविष्य की चुनौतियों का समाधान करना बहुत ही आवश्यक हो गया है। इसीलिए मोदी जी ने जल प्रदूषण करने वाले सभी कारणों को दूर करने के लिए जोर दिया है। क्योंकि भविष्य में जल रहेगा तो जीवन व्यतीत करने में आसानी होगी। जिसके लिए हम सबको मिलकर जल बचाने के अधिक से अधिक उपाय करने होंगे। इसी बीच प्रधानमंत्री ने कहा है कि ना केवल गंगा बल्कि उसकी सभी सहायता नदियां भी साफ करवाने का कार्य हो रहा है। और गंगा किनारे प्राकृतिक खेती जैसे अभियानों पर भी जोर दिया जा रहा है। तथा साथ ही नमामि गंगे अभियान भारत देश के विभिन्न राज्यों के लिए एक मॉडल के तौर पर उभर कर आ रहा है। प्रधानमंत्री जी ने कहा है कि मुझे संतोष है। के जल के संकल्प को अब पूरा देश एक जंग आंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रहा है।
ब्रम्हाकुमारी के इस Jal Jan Abhiyan से जनभागीदारी के इन प्रयासों को नई शक्ति प्राप्त होगी। जिससे जल संरक्षण अभियान की पहुंच भी बढ़ेगी, प्रभाव भी पड़ेगा और ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़े सभी वरिष्ठ मार्गदर्शको का मोदी जी अपने हृदय से अभिनंदन करते हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि अटल भूजल योजना के माध्यम से देश की हजारों ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा। और भारत देश के हर जिले में 75 अमृत अवसर बनाने के अभियान का भी जिक्र किया है। जिससे जल संरक्षण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम उठाया जाएगा। और मोदी जी ने यह भी कहा है कि जल संरक्षण भारत के लिए एक बहुत बड़ा महत्वपूर्ण दायित्व है। तथा “जल को नष्ट ना करें उसका संरक्षण करें।“ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि हम जल संरक्षण और पर्यावरण को कठिन विषय समझ कर छोड़ देते हैं। कुछ लोगों ने तो यह सोच बना ली थी कि यह इतने बड़े विषय है कि इन्हें किया ही नहीं जा सकता। परंतु पिछले कुछ आठ 10 वर्षों में सरकार ने लोगों की इस सोच को बदल कर दिखाया है। उन्होंने यह भी बताया है कि जल प्रदूषण की तरह गिरता भू स्तर भी हमारे देश के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। जिसके लिए देश ने कैच द रेन मूवमेंट शुरू किया है। जो तेजी से आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया है कि देश के हजारों ग्राम पंचायतों में अटल भूजल योजना के माध्यम से भी जल संरक्षण को बढ़ावा मिल रहा है। और देश के प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर के निर्माण का अभियान भी जल संरक्षण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। हमारे देश में जल जैसी जीवन की महत्व पूर्ण व्यवस्था पारंपरिक रूप से महिलाओं के हाथ में रही है। हमारे देश में जल जीवन मिशन महत्वपूर्ण योजना का नेतृत्व भी पानी समिति के माध्यम से गांव में हमारी बहने ही कर पा रहे हैं। मंत्री जी ने कहा है कि खेती में पानी से संतुलित उपयोग के लिए देश डीरिपीटेशन जैसी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा भी दिया जा रहा है। इसीलिए किसानों को इसके अधिक से अधिक उपयोग के लिए प्रेरित करना होगा। तथा बाजरा ज्वार सदियों से खेती एवं खानपान का हिस्सा है। मिलेट्स में पोषण भी भरपूर है। और इनकी खेती करने में पानी का उपयोग भी कम होता है। इसीलिए योगी जी ने कहा है कि अधिक से अधिक लोग अपने खानपान में मोटे अनाजों का उपयोग करें। जिससे जल का उपयोग भी कम होगा।
अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा है कि उन्हें विश्वास है कि हम जल जन अभियान को सफल बनाएंगे। तथा बेहतर भारत और बेहतर भविष्य का निर्माण करने में सफल होंगे।